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by Davil Author IconMail Icon
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A small attempt at writing Hindi Shayaris
हर सांस मैं तेरी यादों की मेहक हैं..
तेरी खुश्ब्हू लिए फिरा करते हैं..
दर दर भटक कर थकते नहीं...
नयी मंजिलें बनाया करते हैं..
मेरी रह की तुम मंजिल नहीं हो तोह क्या..
तेरी राहों मैं घुमा करते हैं..
अब तू मिले न मिले इस ज़िन्दगी मैं..
तेरे एहसास मैं जिया करते हैं..
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अब तुम्हारे प्यार मैं एह हुस्न ग़ालिब बना दिया..
दिल के तराने को शब्दों मैं केद किया..
भूलना तोह चाह बहुत तुम्हे..
पर यह शब्दों ने भी तुम्ही से प्यार किया..
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तेरा हर मुझसे है जुड़ गया..
तेरी हर ख़ुशी अब दिखती..
आ गए हो हर दुआ मैं..
मेरी हर सोच अब तुझसे मिलती..
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जोड़ना है तोह मुझे जोड़ अपने दिल से..
इन अल्फाजों की कोई अहेयीमत नहीं..
जाल इनका हम क्या बुने..
जब इस प्यार के तुम करीब नहीं...
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है आज दिल क्यूँ तुझसे खफा...
नाराज़गी सी कुछ छाई...
तेरा दिया हुआ दर्द है येह...
या याद तेरी फिर से आई..
है ख़ुशी कोसों दूर आज कही..
गम की लाली छाई..
तेरा दिया हुआ गम है येह
या हैं येह मेरी तन्हाई...

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